राष्ट्रीय जनमोर्चा संवाददाता
मुंबई। बॉलीवुड में सबसे ज्यादा प्रतिभा मायने रखती है और कुछ नहीं। यही कारण है कि देश के कोने-कोने से लोग फिल्मों में अपने सपने को साकार करने के लिए मुंबई आते हैं। राहुल शर्मा भी ऐसे ख्वाब देखने वालों से अलग नहीं हैं। बिहार के एक छोटे से शहर मुजफ्फरपुर से सम्बन्ध रखने वाले राहुल को 13 साल की उम्र में एक्टिंग के कीड़े ने काट लिया था और अब आखिरकार वह बड़े पर्दे पर अपनी पहली फिल्म ‘एक्स-रे, द इनर इमेज’ लेकर आ रहे हैं।
बाबा मोशन पिक्चर्स द्वारा निर्मित फिल्म को निर्देशित किया है राजीव रुइया ने। यह फिल्म 29 नवंबर को रिलीज होगी। बिहार से बॉलीवुड तक की राहुल की यात्रा आसान नहीं थी। वह कहते हैं, “मैं इस यात्रा को नहीं भूल सकता। मुझे याद है कि मैं 12 या 13 साल का था, तबसे मैंने नृत्य प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू कर दिया था। मुझे हमेशा से अभिनय, थिएटर, संगीत में गहरी रुचि थी। मैंने म्युजिक वीडियो में काम करना भी शुरू कर दिया था। मैं मेडिकल की पढ़ाई करने वाला था, लेकिन मैं कहीं न कहीं जानता था कि मैं एक अभिनेता ही बनना चाहता हूँ, इसलिए मैंने डॉक्टरी की पढ़ाई नहीं की और अपने जुनून को आगे बढ़ाने का फैसला लिया। मुंबई आकर मैंने अपने अभिनय कौशल को बढ़ाया और ऑडिशन देना शुरू कर दिया, फिर बीएमएम के साथ स्नातक की डिग्री लेने के बाद एमटीवी, सेलिब्रिटी मैनेजमेंट फर्म में इंटर्नशिप करना शुरू कर दिया। मैंने विधुर चतुर्वेदी से एक्टिंग सीखी। फिर मैं डायरेक्टर राजीव रुइया साहब के पास गया और सहायक निर्देशक के रूप में काम किया, ताकि मैं फिल्म निर्माण की बारीकियों को समझ सकूं और आखिरकार अपनी पहली फिल्म उनके साथ ही की।
फिल्म एक्स-रे में राहुल शर्मा और यशवी कपूर की फ्रेश जोड़ी दिखेगी। फिल्म की म्युजिक रिलीज पर निर्देशक अब्बास मस्तान, शक्ति कपूर, पंकज बेरी, सुनील पाल, इवेलिन शर्मा,अदिति सिंह सहित कई मेहमान आये थे और ट्रेलर और गाने देखकर राहुल को बधाईयाँ दी। राहुल ने यहाँ यशवी कपूर, स्वाति शर्मा,अदिति शर्मा और इवेलिन शर्मा के साथ परफॉर्म भी किया। टी सीरीज ने इस फिल्म का संगीत रिलीज किया है। फिल्म में राहुल साइको लवर के रोल में दिखेंगे। अपनी पहली फिल्म में थोडा ग्रे कैरेक्टर प्ले करना उन्होंने क्यों स्वीकार किया? इस पर राहुल ने कहा, ‘मेरा किरदार फिल्म में एक साइको लवर का है जो उससे मदद मांगने आई लड़की को अपना दिल दे बैठता है। और उसे हर एक कीमत पर हासिल करने की ख्वाहिश रखता है। इसके लिए वह तमाम हदों को तोड़ देता है। मेरा किरदार निगेटिव है, पोसिटिव है या ग्रे शेड्स लिए हुए है, इसके लिए फिल्म देखनी पड़ेगी। लेकिन यह किरदार चुनौतियों से भरपूर था।’
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